Skip to main content

प्रेम तुम सिर्फ हमसे करते हो..
प्रेम सिर्फ हम तुमसे करते हैं..
लेकिन चाहतों की चांदनी में..
चादर ओड़े..
हम अकेले रोते हैं..

0
0

61 Comments

Leave a Reply